इस भव्य समारोह में वैदिक विद्या पीठम्, चिचोट के प्रमुख सूत्रधार आदरणीय निरंजनजी तथा समीपस्थ ग्राम बजवाड़ा आश्रम से आदरणीय स्वामी डाक्टर श्रीकृष्ण शरणजी भी उपस्थित थे। Happy Harda के प्रमुख सूत्रधार प्रिय भाई राजीव बाहेतीजी ने इस पूरे अभियान के प्रारंभ से लेकर वर्तमान समय तक इसकी यात्रा तथा साथ में मिलने वाले सभी सहयोगी सदस्यों का पुण्य स्मरण किया। आदरणीय श्री निरंजनजी ने वैदिक विद्या पीठम् चिचोट की स्थापना, उपलब्धियां तथा भविष्य में किए जाने वाले उत्साहजनक कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। आदरणीय श्री निरंजनजी ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में Happy Harda मिशन के सभी प्रकल्पों में आवश्यकता के अनुसार सहयोग करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम के अंतिम लेकिन प्रमुख वक्ता के रूप में उज्जैन वाले स्वामीजी आदरणीय डाक्टर श्रीकृष्ण शरणजी ने अपनी सरल और ओजस्वी वाणी में अपने आशीर्वाद प्रदान किए। इस समारोह में, स्वर्गीय श्री दीपकभाई सचदेजी, स्वर्गीय श्री श्यामभैया साकल्लेजी, स्वर्गीय डॉ.मालपानीजी एवं स्वर्गीय श्री देवकीनंदन लल्लाजी के तस्वीरों का अनावरण किया गया। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए श्याम भैया के दोनों सुपुत्र चिरंजीव राघवेंद्र इंदौर से और आदरणीय भाभीजी के साथ रोहित साकल्ले हरदा से तथा स्वर्गीय लल्लाजी के सुपुत्र चिरंजीव बकुल लल्ला अपनी श्रीमती के साथ शामिल हुए।कार्यक्रम के समापन पर प्रिय भाई राजीव बाहेतीजी का जन्मदिन सभी आमंत्रित अतिथियों द्वारा धूमधाम से मनाया गया|
